मंजिले - भाग 11

  • 366
  • 117

   " मैं कुछ कहना चाहता हुँ " एक पुस्तक मंजिले से संदेश तो दे ही सकता हुँ।मतलब जितनी देर हमारा पीछा करता रहेगा, हम कुछ  भी करने मे असफल होते रहेंगे। ये सच  है। पेट की भूख बहुत कुछ करा देती है, झूठ बोलो, " पर किसी को दबाओ नहीं, किसी को ललचार मत बनाओ, किसी को शार्ट कट समझाते हुए उसके साथ कुए मे मत कूद जाओ। मतलब एक ऐसा बिंदु है, जो आदमी को शून्य से जयादा कुछ भी नहीं देता। मतलब रखोगे, किसी के साथ भी, तो संसारिक बधन मे ही रहोगे। रखो मतलब पर, इतना