Nafrat e Ishq - Part 8

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कैफे के बाहर आते वक्त सहदेव ने आखिरी बार काव्या की ओर देखा। उसकी मुस्कान हल्की मगर गहरी थी, जैसे वह अपनी बातों से सहदेव को समझाना चाह रही हो।  "सहदेव, तुम खुद को छोटा मत समझो। इस दुनिया में जो अपनी कीमत जानता है, वही अपनी जगह बना सकता है," काव्या ने अपनी बात खत्म की।  सहदेव ने सिर हिलाया।  "थैंक यू, काव्या। तुम्हारे शब्दों ने मुझे एक नई राह दिखाई है। मैं कोशिश करूंगा खुद पर भरोसा करने की।"  दोनों ने एक-दूसरे को विदा कहा। लेकिन जैसे ही सहदेव कैफे से बाहर निकला, उसकी नज़र सामने खड़ी एक ब्लैक बीएमडब्ल्यू पर पड़ी।