दो दिल एक मंजिल

1. बाल कहानी - गलतीसूर्या नामक बालक अपने माता - पिता के साथ शहर में रहता था । सूर्या बहुत शैतान बालक था । हर समय वह नयी - नयी शैतानियाँ करता रहता था ।सूर्या का एक और शौक था । सूर्या हर समय किसी न किसी चीज में अपने - आप को बन्द कर लेता था । कभी वह थैले में बन्द हो जाता था । कभी वह बोरी में बन्द हो जाता था । ऐसा करके सूर्या को बहुत मजा आता था कि मैं इनमें से आसानी से निकल आऊँगा ।एक दिन सूर्या के घर के पास एक