यादों की अशर्फियाँ - 24 - उपसंहार

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उपसंहार स्कूल सिर्फ सिलेबस, परीक्षाएं और मार्क्स तक ही सीमित नहीं होती, उनके अलावा भी बहुत कुछ होता है,  कहा हमने एक नए क्लास, नए टीचर्स और नए फ्रेंड्स के साथ शुरू की हुए यह सफर इतनी परिचित हो गई। हर साल यही होता है, हर साल सब कुछ नया होता है, बुक्स, सिलेबस, टीचर्स, क्लास कुछ नहीं होता है तो वह पुराने दोस्तों जो अभी भी अपनी शैतानी को नहीं छोड़ पाए, अपनी शरारत और मुस्कान के साथ हमारे नए साल को और बेहतर बना देता है। सच कहूं तो हर नया साल पुराने साल से बेहतर होता चला गया पर