यादों की अशर्फियाँ - 20 - राज सर का डिजिटल टीचिंग

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   राज सर का डिजिटल टीचिंग   सामाजिक विज्ञान से बोरिंग सब्जेक्ट कोई नहीं है। बहुत ही कम स्टूडेंट्स होंगे जिसको यह सब्जेक्ट पसंद हो और हम उनमें से बिलकुल नहीं थे। कनक टीचर के साथ शुरू शुरू में तो अच्छा लगा पर धीरे धीरे उन में भी बोर होने लगे क्योंकि अब वह भूगोल पढ़ा रहे थे और उनमें भी कांग्रेस आ जाता था। कभी कभी तो उनको ज्यादा काम होता था ट्यूशन का तो वह हमे पूरा चेप्टर लिखने दे देते थे। हम सब अब वैसा ही फील कर रहे थे जैसा मेना टीचर की क्लास में करते थे।