आडंबर

’मां कैसी लगीं? रेवती मेरे परिवार से आज पहली बार मिली है । “असुरक्षित और किसी अस्फुट दबाव से ग्रस्त,” किसी को भी पहली बार मिलने के बाद उस का विश्लेषण और व्याख्या करने को तत्पर रहने वाली रेवती तत्काल शुरू हो ली है, “अ टिपीकल पीपल प्लीज़र। एक ठेठ नमूना। तुम्हारे पिता और उन के परिवार के सभी सदस्यों को प्रसन्न रखने के वास्ते अपने को बिछाती हुई…….एक दास,एक दरबारी का आडंबर रचती हुई………” हमारे संयुक्त परिवार में दादी हैं। तीन अनब्हाई बुआ हैं ।बड़ी बुआ एक सरकारी संस्थान में डिप्टी डायरेक्टर हैं। मंझली बुआ निजी एक संगीत संस्था