अब आगेराघव मल्होत्रा का विला उधर राघव अपने आदमियों के साथ बैठा था, जब उसे खबर मिली कि अंश पर हुए हमले में वो फिर से बच गया है। उसकी आँखों में गुस्से की लहर दौड़ गई। उसने गुस्से से अपने हाथ की मेज़ पर ज़ोर से मारा और चीखते हुए कहा, "अंश को मारा नहीं गया अब तक तुम लोगों से ? आखिर क्यों हर बार वो बच निकलता है?"उसके बगल में खड़ा करण मुस्कुराते हुए बोला, "राघव भाई, इस बार हमें कोई और चाल चलनी होगी। सीधा हमला तो फायदेमंद साबित नहीं हो रहा। हमें उसके करीबी लोगों पर