वो इक खाब है या हकीकत ये लफ्जों में बयान ना कर सकता है पता नहीं वो क्या है पर दिल को सुकून आ जाता है | ऐसा ही कुछ हुआ वो देखता रह गया जाने उसकी आँखों को कोई भा सा गया हर्षित को जाने कोई अपना सा लगने लगा था बस वो समझ नहीं पा रहा था क्या वो हकीकत में है या वो सिर्फ उसका भ्रम है उसकी आंखों में कुछ अलग सी चमक थी पर ना जाने क्यों वो कुछ बदल गया सा लग रहा था | कुछ समय पहले हर्षित एक सीधा सा लड़का था