हर कुत्ते का दिन आता है, ये कहावत पुरानी है,हर कोई न्याय पाता है, ये सच्चाई जानी है।कोई लाख करे मनमानियां, पर हार उसे भी मिलती है,वक्त का पहिया घूमता है, और जीत सच्चाई की होती है।धूप छांव का खेल है जीवन, हर दिन नया सवेरा है,जो आज है अंधेरा, कल वो उजाला घनेरा है।कभी-कभी लगता है, अन्याय का राज है,पर हर कुत्ते का दिन आता है, ये भी एक अंदाज है।जो बोता है बबूल, उसे कांटे ही मिलते हैं,जो करता है सच्चाई से प्यार, उसे फूल खिलते हैं।समय की चाल निराली है, सबको उसका फल मिलता है,हर कुत्ते का