(5)सोनम से बात करने के इरादे से कबीर रीसेस के समय स्कूल के जूनियर सेक्शन में गया। उसने देखा कि सोनम सबसे अलग एक झूले पर उदास बैठी है। वह उसके पास जाकर बैठ गया। उसे देख कर सोनम की आँखें भर आईं। कबीर ने उसे समझाया,"रो मत सोनम... सब ठीक हो जाएगा।"सोनम ने रोते हुए कहा,"कब ? इतने दिन तो हो गए। पर करन भइया का कोई पता नहीं चला।"उसकी बात सुनकर कबीर बोला,"सच कह रही हो सोनम। मैं भी बहुत दुखी हूँ। मैं अंकल से मिला था। लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया।"उसने सोनम की