अध्याय 1: अनजान गांव की दहलीज राजेश ने जैसे ही गांव की ओर कदम बढ़ाया, उसे महसूस हुआ कि यहां कुछ असामान्य है। हवा में अजीब सा सन्नाटा था, जैसे कोई अदृश्य शक्ति हर ओर फैली हो। राजेश के साथ उसके तीन साथी - मोहित, स्नेहा और विक्रम थे। यह चारों एक खौफनाक रहस्य की खोज में निकले थे, लेकिन उन्हें क्या पता था कि वे खुद उस रहस्य का हिस्सा बनने जा रहे थे। गांव के मुख्य दरवाजे पर पहुंचते ही उनकी मुलाकात एक बूढ़े आदमी से हुई, जो बेहद डरावनी आंखों से उन्हें घूर रहा था। उसकी आंखों