इश्क जैसा कुछ नहीं - 1

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ये एक bl कहानी है यदि किसी को परेशानी है तो कृपया दूर रहें वैसे दूर रहने वाले तो शीर्षक देखकर ही समझ जाएंगे .......ये कहानी काल्पनिक तो बिल्कुल नहीं है कहीं कहीं से टोपिक उठाकर लेकर आए हैं तो कृपया कहीं से कुछ देखा हुआ मिल जाए तो ज्यादा ना सोचें.......बाकी किसी और की कहानी नहीं टेपेंगे......कोई और हमारी टेंपे या तो उन्हें मोतियाबिंद होगा या वो दिमाग से पैदल होंगे कहानी की शुरुआत होती है एक क्लब से..........एक चमचमाती हुई कार क्लब के सामने आकर रूकती है उसमें से तीन लड़के बाहर निकलते हैं तीनों ही