लावारिस....!! (एक प्रेम कहानी) - 4

आज तक किसी शादी में ना जाने की वजह से शंकर वहा अंजान लोगो के बीच जाने से कतरा रहा था लेकिन राहुल को ना भी नही कह सकता था और जाना पड़ा शादी में हर रसम में सब की मदद में खाना पानी चाय कॉफी बड़े बुजुर्गो में बैठ उनकी मदद तक में शंकर को कोई संकोच नहीं रहा क्यू की मेजर साहब ने खुद उसे वहा ये कह कर परिचय करवाया था की ये मेरे राहुल का बड़ा भाई है , हमारा बेटा ।शादी से पहले नौजवान बैठे नाच गाना कर रहे थे राहुल जानता था की शंकर