मृत्युलोक की क़िताब - 2

अध्याय 5: किताब का प्रभावएक दिन, जब अमन का मनोबल पूरी तरह टूट चुका था, उसने किताब को फिर से पढ़ने का फैसला किया। वह जानना चाहता था कि आखिर इसमें ऐसा क्या है जो उसे और उसके परिवार को इतना परेशान कर रहा है। उसने किताब को पढ़ना शुरू किया और इस बार उसने सारे पन्ने पलट दिए। किताब में लिखे शब्द अब स्पष्ट हो गए थे। यह किताब "मृत्युलोक की किताब" थी, जो आत्माओं को अपने वश में कर लेती थी। उसमें लिखा था कि जो भी इसे पढ़ेगा, वह अपने प्रियजनों के खून से प्यास बुझाएगा और अंत