लगभग आधे घंटे बाद,,,,,,विधि की हालत बहुत खराब हो चुकी थी,,,,,,,,उसकी पूरी शरीर पर काटने और खरोंचो ने की निशान बन गए थे ,,,,,,जिससे विधि तड़पते हुए ,,,,,,,अब भी बेड पर लेटी हुई थी ,,,,,,,,उसके शरीर में तो जैसे,,,,,,अब जाने नहीं बची थी ,,,की तभी अनिरुद्ध ,,,,,,बगैर किसी वोरनिग के ,,,,,,एकदम से विधि के अंदर समा जाता है ,,,,,,,,जिससे उस रूम में विधि की एक दर्द भारी चीख गुज उठती है,,,,,,,,,यह चिख दर्द से भरी थी ,,,,,,,,कि किसी का भी कलेजा फटा सकती थी ,,,,,,,और किसी के भी आंखों में आंसू आ सकते थे ,;विधि की दर्द भारी चीज, ,