अधीरा बिस्तर पर अपने मोटे से डायरी पर अपने दिल कि बात पंक्तियों में जाहिर कर रही थी "प्यार कि राह आसान ना थी,ढूंढती हूं दर ब दर वो हम राह,मंजिल दिखे तो आगे कदम बढ़ेगी ,जाने कौन है किस वेष में छुपा वो हमसफ़र होगा!!तभी दरवाजा नॉक आउट हुआ और अधीरा ने आवाज लगाई " आ जाओ राधा दीदी...राधा घर कि मेड है उसके दो छोटे छोटे बेटियां हैं वो सुबह शाम यहां खाना और घर कि साफ सफाई कर अपने सर्वेंट क्वार्टर में रात को चली जाती है , राधा कमरे में आई और बोली " अधु बेबी खाना