पहिला प्रेमसंवाद: अनुभवांचा प्रवास

अध्याय 1: पहली नज़र का असर अद्वैत के लिए वह दिन किसी आम दिन की तरह ही था। वह अपनी व्यस्त दिनचर्या से निकलकर, हमेशा की तरह शाम के वक्त अपने पसंदीदा कैफे में पहुंचा था। उसे अकेले बैठकर किताबें पढ़ना और कॉफी पीना बेहद पसंद था। यही उसकी दिनचर्या का हिस्सा था, जिसमें उसे सुकून मिलता था। उसे हमेशा से शांत और अकेले समय बिताना भाता था, जहां वह अपने विचारों में खो जाता था। लेकिन उस दिन कुछ अलग होने वाला था। कैफे में पहुंचकर अद्वैत अपनी किताब में डूबा हुआ था कि तभी दरवाजे से एक हल्की-सी