ताज़ा व्यंग्य सरकार और सेंसर सरकार हे और सरकार का सेंसर बोर्ड हें. जो सरकार के हिसाब से चलता हें. नहीं तो इस्तीफे की गंगा में बह जाता हैं मेरा सवाल हैं की केवल फिल्मों के लिए ही सेंसर बोर्ड क्यों. ? जब दुनिया भर के चैनलों पर बिना सेंसर के अश्लील धारावाहिक प्रसारित हो रहे हैं , तो फिर फिल्मों को सेंसर करने का क्या मतलब रह जाता हैं, समाचारों के चैनलों को छोड़ कर सभी चैनलों को सेंसर के दायरे में नहीं लाया जासकता तो फिल्मों