इंटरनेट वाला लव - 87

येस सर कमांड एक्सेप्टेड.यार सच में ये तो एक रोबोट ही है. सच में तो इसको रोबोट ही समझ रही थी. अच्छा तभी आप लोग उस संतोष शर्मा को मना कर रहे थे. हमे माफ करना हितेश जी. हमे पता नही था. और हम आपको ऐसे ही बोले जा रहे थे.इट्स ओके बाबा चलता है. इसमें क्या सॉरी बोरी बोलना. होता है. इंसान है. इंसान से नही होगा तो किस्से होगी गलतियां. ये सब छोड़ो ये बताओ की अब तो आपको यकीन हो गया बना. की ये लड़की नही रोबोट है.हा हितेश जी अब यकीन हो गया. की ये कोई