दिन के उजाले में कुछ तो सुकून का सांस लेने मिल जाता था लेकिन रात के अंधेरे में हर पल दिल में दहशत लगी रहती, अब तो रात से डर लगने लगा था। अब्राहम ने सफ़ेद मोतियों का माला मोमल के कलाई में फिर से डाल दिया था और कसम दे दी थी के वो फिर से इसे अपनी कलाई से न निकाले इस लिए मोमल उसके साथ ही हुआ करती। एक ही कमरे में रहते लेकिन अब्राहम अब भी सोफे पर सो रहा था। आज संडे की सुबह धूप खिली खिली हुई थी। अब्राहम कहीं जाने लगा तो मोमल उसके