साथिया - 125

उधर ईशान के कमरे मे"छोड़ो ना मुझे  इशू देखो सुबह हो गई है। सब लोग उठ गए होंगे और बाहर इंतजार कर रहे होंगे।" शालू ने  ईशान  की बाहों में कसमसा कर कहा। "मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता और फिर इतना लंबा इंतजार किया है मैंने तो ऐसे तो नहीं जाने दूंगा तुम्हें अपने पास से दूर..! और बाकी टेंशन मत लो सब समझते है। अब हम दोनों मैरिड कपल है कोई कुछ भी नहीं सोचेगा  तो इसलिए  बेवजह  के बहाने बनाना बंद करो।" ईशान ने उसे अपनी बाहों में और भी मजबूती से  कसते  हुए कहा तो शालु  ने नजर