साथिया - 122

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साधना ने  दरवाजे पर ही अक्षत और ईशान को रोक दिया और फिर दोनों बेटों के उनके जीवनसाथी  के साथ खड़ा कर  तिलक किया दोनों की आरती  की और फिर दोनों का गृह प्रवेश कराया और उन्हें आशीर्वाद दिया। उसके बाद मंदिर में भगवान का आशीर्वाद दिलाया तब तक मनु ने बाकी  रस्मो की तैयारी कर ली थी। साधना और मनु  दोनों जोड़ों को बिठाकर  रश्मे  करवाने लगी। तब तक  नील ने डेकोरेटर को  बुलाकर दोनों के कमरों को खूबसूरती से  सजा  दिया। "वह भाई  वाह  मेरी भाभियाँ है तो बहुत ही स्मार्ट है। मेरे दोनों भाइयों को हर  रश्म मे  हरा दिया