( न बियर न चिकन वालों से क्षमा याचना करते हुए य़ह कविता पेश किया है, पर मैं मदिरा पान के खिलाफ हूं, य़ह शुद्ध मनोरंजन के लिए ही है बस) बियर, चिकन और आपकी कंपनी पर एक कविता पेश है: बियर, चिकन और आपकी कंपनीबियर की ठंडी बोतल, हाथ में थामे,चिकन की प्लेट, खुशबू से भर जाए।आपकी कंपनी में, हंसी की फुहार,दोस्तों के संग, हर पल हो शानदार।चिकन की हर बाइट, स्वाद में लाजवाब,बियर की हर घूंट, दिल को करे आबाद।आपकी बातें, जैसे मीठी सी शहद,हर लम्हा हो जाए, यादों में अमर।बियर की झाग, जैसे सपनों की उड़ान,चिकन की खुशबू,