Hello dosto आशा है आप सब एकदम मस्त होंगे, तो चलिए आगे बढ़ते है अपनी कहानी में पिछे आपने पढ़ा विराज आकांक्षा को ऑइंटमेंट लगा कर उठा..अब आगे....वॉशरूम जाते वक्त आकांक्षा से बोला अभी कपडे मत पहेनना दवाई लगाई। है, ओर वाशरुम गया हाथ धोने और जब वापस आया दिखा तो आकांशा ऐसे ही बैठी थी विराज उसके सामने सोफे। पे। बैठा और अपना काम करने लगा क़रीब। 1 घंटे बाद उठा और बोला पहन लो कपडे और निचे आओ घर। के काम तुम करोगी खाना बनाना और मेरे सारे काम, लेकीन आकांक्षा बोली धीरे से की मुझे खाना बनाना