डायरी का ये हिस्सा पढ़ने के बाद अब अब्राहम उसी पल में खो गया। जब तक उसने पढ़ा तब तब उसे ऐसा लग रहा था के वो सब उसके आंखों के सामने हो रहा है जैसे उसके दिमाग में एक फिल्म चल रही हो। वो भूल ही गया के आधी रात गुज़र चुकी है। उसके दिमाग में अब एक ही नाम गूंज रहा था "मोमल मैरी" वो मन ही मन बिना पलके झपकाए ये सोच रहा था के आखिर उस छोटी लड़की ने इतना कुछ कैसे सह लिया ? कितनी मज़बूत हौसले वाली है वो! जिस नाम से वो नफरत