सुकून

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सुकून  कभी तेरे लिए मैं,और मेरे लिए तुम एक अजनबी थे  पर अब मेरी जिंदगी बन गए हो मेरे दिल के सुकून बन गए हो मेरे हर खुशी अब तुमसे ही है तेरे बिना एक पल भी गुजारा भी नामुमकिन है  कब कैसे मेरी जिंदगी में तुम इतने खास बन गए अब कहां यह तुम्हारी दूरियां बर्दाश्त होती हैं  हर पल तेरी यादों के घेरो में बंधी रहती हूं कभी-कभी तेरे साथ बिताए हर पल मेरे चेहरे पर खुशी बिखेर फिर देती है मेरे होठों पर मुस्कुराहट कभी..... आंखों में आंसू बनकर उतर जाती है यह तेरी यादें ही तो है जो हर पल मेरे