डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 54

अब आगे,राजवीर के पिता विनोद जी की बात सुन कर, उन के पिता रघुवीर जी अपनी बहु मानसी जी से कहते है, " अच्छा तो आज मेरा छोटा पोता अभिमान और पोती तनवी घर पर ही है तो जरा मुझ से भी मिलवा दो क्योंकि पिछले एक हफ्ते से तो मै अपने दोस्त से मिलने उस के घर पर गया था तो बुलाओ उन दोनो को..!" अपने ससुर रघुनाथ जी की बात सुन कर, अब उन की बहू मानसी जी अपना सिर हां मे हिला कर वहा से जाने लगती है..! तो अब राजवीर के दादा रघुवीर जी कुछ सोचते हुए आगे कहते