अगली सुबह : संयम कमरे में आया तो शिविका सोई हुई थी । उसके बाल कुछ सोफे पर और कुछ उसके उपर बिखरे हुए थे । एक टांग उसने सोफे की बैक के उपर चढ़ाई हुई थी और सिर सोफे से नीचे लटकाया हुआ था । ।संयम के कदम सहसा ही उसकी ओर बढ़ चले । उसने उसके चेहरे के उपर से फूक मार कर बाल हटा दिए । शिविका ने चेहरे के उपर हवा में उड़ाया मानो मच्छर भगा रही हो फिर उसने अपने चेहरे पर हाथ रख दिया ।संयम ने सिर हिलाया और फिर वाशरूम चला गया ।