संयम उठा और उसे पीछे से hug कर लिया । ।शिविका ने मुट्ठी कस ली । संयम के हाथ शिविका के कंधे से होकर उसकी बाजू पर उपर से नीचे की ओर फिसलते हुए उसके हाथों की मुट्ठियों तक पहुंच गए । फिर उसने अपने हाथों को शिविका के पेट पर लपेट लिया ।शिविका की सांसें मानो थम सी गई हो । ये संयम क्या करने लगा था । शिविका की टांगें कांपने लगी थी । संयम ने उसकी गर्दन पर अपने होंठ टिका दिए । शिविका ने कसकर आंखें मिच ली और सिसकी भरी गहरी सांस ली ।संयम ने