साथी - भाग 8

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भाग -8 उस रोज तेज बारिश के कारण और आस पास से निकलती हुई गाड़ियों के तेज हॉर्न के कारण मुझे पूरी बात सुनाई ही नहीं दी मुझे केवल दुर्घटना ही सुनाई दिया और यह शब्द सुनकर मैं और भी ज्यादा घबरा गया था. तो मैंने उस व्यक्ति की पूरी बात ही नहीं सुनी और उस पर चिल्लाने लगा फिर जब उसने मुझे तुम्हारे जीवित होने का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर मेरी जान में जान आयी. मेरे जीवित होने का आश्वासन ...मतलब ? अरे बाबा, फोन मिलने से पहले तक तो मैं यही मानकर चल रहा था ना कि