बैरी पिया.... - 11

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कुछ वक्त बाद रेत के टीलों के बीचों बीच आकर गाडियां रुकी । संयम बाहर निकल गया । शिविका भी बाहर निकली तो अब उस जगह को बिल्कुल साफ करवा दिया गया था । उस दिन जो कुछ भी यहां हुआ था उसका अब कोई निशान नहीं था ।शिविका ने इधर उधर नजरें दौड़ाई... । दक्ष भी गाड़ी से उतर कर आगे आ गया । संयम ने शिविका को देखा और उसके पास आकर उसकी कमर पर हाथ रखके बोला " कहां है..... ?? " ।अपनी कमर पर किसी का हाथ रखे जाने से शिविका थोड़ा घबरा गई । फिर