भाग्य की धारा

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भाग्य की धारा : राजा सम्राट और राजकुमारी चंद्रिकाबहुत समय पहले, महान और समृद्ध राज्य महेन्द्रगढ़ पर राजा सम्राट का शासन था। राजा सम्राट एक न्यायप्रिय और समझदार शासक थे। उनके शासन में राज्य में शांति और समृद्धि फैली हुई थी। राजा की एक सुंदर, बुद्धिमान और करुणामयी बेटी थी, जिसका नाम राजकुमारी चंद्रिका था। चंद्रिका राज्य के सभी लोगों की प्रिय थी, और राजा सम्राट चाहते थे कि उनकी बेटी का विवाह एक अच्छे और योग्य युवक से हो, जो उसके कद्र और उसकी रक्षा कर सके।राजा सम्राट ने अपने राजगुरु, गुरु देवव्रत, को बुलाया और चंद्रिका की कुंडली