जिसे सुन कर भी,,,, प्रिया कोई रिएक्ट नहीं करती ,,,,उसकी आंखें इस वक्त सोनी थी ,,,,वह अब भी ,,,उसी तरह बेड पर बैठी हुई थी ,,,,,,मैं तो जैसे अपने सामने माया को देख ही नहीं रही थी ,,,,,,कि तभी माया दोबाराक्या हुआ प्रिया तकलीफ हो रही है,,,,मेरी बातों से,,,,,,तो सुनो तुम्हारा पति तुम्हारा कभी था ही नहीं,,,,वह स्टार्टिंग से ही मेरा था ,,,,,,और मेरी बातें मानता था,,,,,,मैंने सिर्फ जैसे-जैसे कहा,,,,,,,वह मनता गया,,जैसे मैंने,,,उसे कहा था ,,,,कि मैं प्रेग्नेंट थी,,,,और उसने मान लिया था,,,,, और फिर थोड़ा इतराते हुए ,,,,रुको रुको ,,,,अरे झूठ नहीं बोल रही थी मैं,,,,सच में प्रेग्नेंट थी,,,,,लेकिन राज