Shadow Of The Packs - 9

  • 2.4k
  • 1.2k

उधर दूसरी तरफ कमिशनर जयराज सिन्हा बड़ी टेंशन में अपने ऑफिस मे बैठे होते हैं की अचानक उन्हें कुछ याद आता है। वो किसी को फोन लगाने लगते हैं। “हेलो...! मेरी बात ध्यान से सुनो। यहां पर एक प्रोब्लम हो गई है। हम सबको जल्द से जले मिलना होगा। तुम सबको इनफॉर्म कर दो की अर्जेंट मीटिंग है। आज रात को सबको मिलना होगा। मुझे लगता है की हमारे दुश्मन यहां वापस आ गए हैं।” इतना कहकर जयराज सिन्हा ने फोन रख दिया।थोड़ी देर बाद फिर से जयराज सिन्हा किसी को फोन लगाने लगता है। “विकाश...! तुम मेरी बात ध्यान