अब आगे, अपनी सौतेली बहन रीना की आवाज सुन, रूही रसोई घर में ही खड़ी होकर कहती है, " हां, अभी लाती हु...!" अब रूही अपने पिता अमर के लिए खाने की प्लेट लगाने के बाद में टेबल पर ही रख देती हैं वही अब रूही की सौतेली बहन अपनी मां को आवाज लगाती हैं और उन से कहती हैं, " मां, इधर तो आप कुछ दिखाना है तुम को...!" अपनी बेटी रीना की बात सुन, रूही की सौतेली मां कुसुम उस से कहती हैं, " रुक जा चाय छान लू...!" अपनी सगी मां कुसुम की बात सुन, रूही की