अब आगे, रूही ने अब तक अपना सारा काम निपटा लिया होता है और वो जैसे ही अपने हाथ धोकर रसोई घर से निकल रही होती हैं तो उस की सौतेली मां कुसुम वहा पहुंच जाती हैं और सारे बर्तनों में अभी अभी बना हुआ खाना देखने लगती है और जैसे ही उन को लगता है कि सब तैयार हो चुका है तो वो, रूही से कहती हैं, " जा कर अपने कपड़े बदल ले और हां तेरे पास जो कपड़े है वो नही पहने है जब तक तेरा बाप वापस नही चला जाता है तो जो कपड़े मैने रखे