41 हवन का फल श्याम ने देखा कि यह वही ज्योतिषी है जो उसे दिन सड़क पर मिला था, अम्मा उसे श्याम की कुंडली दिखा रही है। अब उन्होंने श्याम को भी वहीं बैठने के लिए कहा, बबलू भी वही पास में बैठ गया । ज्योतिषी ने श्याम की कुंडली देखी और हैरान होते हुए बोला, “आपके बेटे के नक्षत्र तो महाराज पाण्डु से मिलते हैं, मैं कुछ समझी नहीं महाराज, अम्मा ने हाथ जोड़कर कहा। बबलू और श्याम भी उसकी बात नहीं समझे तो विस्तार से बताता हुआ वह बोला, आपका श्याम उसकी नक्षत्र में पैदा