प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३६

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शादी की सारी रस्में अच्छी तरह से हो गया।फिर वर वधू आशीर्वाद लेने के बाद सब साथ खाना खाने बैठ गए।सुनील ने कहा कि अरे एक ही थाली फिर तो हो चुका।परी ने गुस्से में कहा अच्छा मतलब मैं बहुत खाती हुं।।।रोने लगी।राज ने कहा अरे बाबा ये क्या अब मनाओ इसको।फिर हंसी मज़ाक होने लगा।हिना इन सब से दूर बैठ कर खाना खा रही थी ।जीनत भी बगल वाली कुर्सी पर बैठ कर हिना को हंसाने की कोशिश कर रही थी।पर हिना चुपचाप खा रही थी।राज ने इशारे से वेटर को कुछ स्वीट डिश और स्टाटर के साथ हिना