अब आगे, रूही रोते हुए अपने कमरे मे चली जाती हैं और वहा अपना मुंह धोकर अपने कपड़ो को ठीक कर के बाहर आ जाती है उस की सौतेली मां कुसुम उस को कुछ रुपए देते हुए कहती है, " ये ले 500 रुपए और इस मे से तुम्हे 5 किलो आटा और 5 किलो चावल लाने है और बाकी बचे रुपए से आते हुए सब्जी और फल बगेरा भी लेती आना और शाम होने से पहले पहले घर आ जाना नही तो तेरी टांगे ही तोड़ के रख दूंगी, समझ में आया तुझे...!" अपनी सौतेली मां कुसुम की बात