बहुत देर तक भी जब अखंड नहीं चुप हुआ तो सभी लोग परेशान हो गए थोड़ी देर बाद बुआ जी में कुछ सोचा और फिर अखंड को अपनी गोद में लेकर बाहर आ गई फिर उन्होंने बाहर टहलते हुए ही त्रिवेणी की मामी जी के पास फोन मिला दिया थोड़ी देर तक रिंग जाने बाद के फोन उठा और उसके बाद मामी जी ने घबराते हुए तुरंत ही जल्दी-जल्दी बोलना शुरू कर दिया "नमस्कार बहन जी क्या हुआ आप लोग अभी तक बारात लेकर आए क्यों नहीं क्या हमसे कोई भूल हुई.... तभी बुआ जी ने मामी जी की बातों