नफ़रत से प्यार तक कि कहानी - 5

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ऐसे ही कुछ दिन बीत जाते है। उन सब के बिच छोटे - मोटे झगड़े,छोटी -बहेसे होती रहती थी। फिर एक एक दिन की बात है। रिया का बर्थडे होता है। और जैसा कि आप सब जानते ही हो रिया यूनिवर्सिटी के सबसे बड़े ट्रस्टी और फिनांशल डोनर की बेटी थी। तो उसका बर्थडे साधारण तो नहीं हो सकता। हां जी ऐसा ही है। उसके पापा ने रिया के बर्थडे पर बड़ी पार्टी ऑर्गेनाइज की थी और हां संजोग वस उसके घर रखी पार्टी में केटरिंग का काम अजय के पापा को मिला था। पार्टी में उस कॉलेज के सारे