आज सुबह ही पंडित जी आ गए, और हवन का सारा सामान देने के लिए कहा, लडके ने सारा सामान ला कर पंडित जी के सामने रखते हुए,, पंडित जी पूरा क्रियाकर्म शास्त्र सम्मत ही होना चाहिए,,,, चिंता न करें यजमान,,। कहने के साथ ही पंडित जी ने हवन कुंड बनाना शुरु कर दिया,,, अब आप सब आ कर हवनकुंड के पास बैठ जाइए, पूजा शुरु होनी है,,।पंडित जी के आदेशानुसार लडका, बहु और छोटी सी पोत्री आ कर हवनकुंड के पास बैठ गए, मैं भी उदास और शांत मन से आ कर बैठ गया।,, संकल्प आप लेंगे या,,। पंडित