उधर उस कमरे में, अब अभय आईसीयू का दरवाज़ा खोलता है तो देखता है कि उस की बहन आईसीयू के एक बेड पर लेटी हुई होती है जिस से चारो तरफ से मशीनों द्वारा घेरा हुआ होता है साथ में उस ने हल्के नीले रंग की हॉस्पितलो में उपयोग होने वाले कपडे पहने होते हैं। उस की बहन के सिर पर चोट लगी हुई होती है साथ में उस के सिर पर पट्टी भी बंधी होती है और उस को खून की बोतले चढ़ रही होती है क्योंकि उस का बहुत ज्यादा खून बह चुका होता है। अभय गुस्से में