नमस्कार ,दोस्तों कैसे हैं आप ? ये कहानी मेरी पहली कहानी है। अगर कुछ गलती हो तो पहले से ही माफ़ी मांगती हु। तो चलो कहानी की शुरुवात करते है। यह कहानी काल्पनिक है। इसका वास्तविकता से कोई संभंद नहीं है। तो बात कुछ १९८० की है , एक गांव जिसका नाम सज्जनगढ़ था। राजस्थान में बसने वाला यह गांव कभी बोहोत कुशल हुआ करता था।राजा प्रद्यम्नासिंघ और रानी कलावती दोनों ही अपने प्रजा से बोहोत प्रेम करते थे उनके जीवन में ऐसे कुछ समस्या नहीं थी। परन्तु