27“गुल, आज मैं तुम्हें मंदिर ले चलता हूँ। तुम चलोगी मेरे साथ?”“क्या तुम मुझे उस मंदिर ले चलोगे?” गुल ने दूर कृष्ण के मंदिर की तरफ़ संकेत करते हुए पूछा। “मुझे उस मंदिर ले चलो। जब से उस मंदिर को देखा है तब से मेरा मन कर रहा है उसे देखने को। चलो चलें?”“गुल, चलते हैं। किंतु उस मंदिर नहीं, हम दूसरे मंदिर जा रहे हैं।”“दूसरा मंदिर? किस मंदिर की बात कर रहे हो।”“तुम चलो तो मेरे साथ। मैं तुम्हें एक ऐसे मंदिर में ले चलता हूँ जो समुद्र के भीतर है।”“किंतु मुझे तो कृष्ण का वही मंदिर देखना है।”