अलौकिक प्रेम कथायें - 1

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अध्याय –०१ द वॉचरलेखक:– सोनू समाधिया‘रसिक ’घनसोर के शांत गांव में, जहां रातें प्राचीन बरगद के पेड़ों की तरह शांत होती थीं, एक पुरानी हवेली थी जो अतीत के रहस्यों को फुसफुसाती थी। गांव वाले वहां जाने से इसलिए कतराते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि यह एक आत्मा का घर है जिसे वे 'द वॉचर' कहते हैं।सालों पहले अपनी स्थापत्य शैली और सुंदरता का लोहा मनवाने वाली हवेली’ द वॉचर’, अब एक वीरान और डरवाने खंडहर में तब्दील हो चुकी थी। रिहायसी क्षेत्रों की रौनक वहां के रहने वाले लोगों से होती है, यही कारण था कि हवेली बिना