अपने पोते को उसके जन्मदिन का तोहफ़ा सौंपकर लियोना अपने काम के लिए ऑफिस की ओर चल पड़ी थी। वही से रात को उन्हें एयरपोर्ट भी जाना था,जहाँ से वह पहले मुंबई और फिर आगे दुबई के लिए निकलने वाली थी। उनके जाते ही मैनेजर अशोक एक आदमी को लेकर क्रिस के कमरे में पहुँचा। क्रिस अपने नए कमरे में खिड़की के पास खड़ा समुंदर को निहार रहा था। तभी अशोक ने उसके कमरे के दरवाज़े पर दस्तक दी और आगे आते हुए कहा,"क्रिसबाबा, यह पीटर है। आपके इस नए विला का बटलर! मेरी गैरमौजूदगी में आपको कोई भी काम