Ep ३५ Ep ३५ बेताल की चट्टान १ रात के साढ़े ग्यारह बजे हैं! आसमान में अमावस्या का चाँद था, इसलिए नीचे ज़मीन पर अँधेरा था, उसी अँधेरे में एक लाल मिट्टी की पहाड़ी से एक दुपहिया वाहन पत्थरों, चट्टानों और गड्ढों में से मेंढक की तरह उछलता हुआ बहुत तेजी से चला जा रहा था। कार पर केवल दो लोग बैठे थे। ड्राइवर की सीट पर एक लड़का बैठा था जिसने अभी-अभी इक्कीसवें साल में कदम रखा था। उनके पिता कभी गाँव के सरपंच थे - हमारे भारत देश में यही नियम है! एक बार जब कोई व्यक्ति गांव