चाणक्य और चन्द्रगुप्त भारत - 362 ईसा पूर्व लगभग प्राचीन मगध राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना - बिहार प्रांत) के मुख्य चौराहे के एक ओर एक ऊंची दुकान के चबूतरे के नीचे बह रही नाली के पास अपने आप को भीड़ से छुपाकर किसी तरह बैठा चौदह वर्ष का बालक चाणक्य, सुबक - सुबक कर इस प्रकार से रो रहा था कि उसकी आवाज बाहर कहीं सुनाई न दे और ठीक चौराहे के बीचों बीच में एक बड़े से बाँस के ऊपर टंगे अपने पिता ’चणक’ के कटे हुए सिर की ओर अपलक देखे जा रहा था, उदास