तभी उसके कंधे पर रत्ना हाथ रखकर कहती है "चिंता मत करो मैं आपके पीछे-पीछे ही चल रही हूं। फिर राज के पास आकर धीरे से उसके कान में कहती है "यह कोई पुलिस कर्मी नहीं बल्कि वही माया मां का जींद है।""तो अब मैं क्या करूं।" राज पूछता है?"बस मेरे पीछे-पीछे दबे पाओं चलते रहो।" रत्ना कहती हैकुछ कदम चलकर राज पीछे मुड़कर देखता है तो वह पुलिस की वर्दी में जींद कम से कम दस फीट लंबा होकर कच्चे रोड़ पर खड़ा होकर चुपचाप राज रत्ना कि तरफ देख रहा था।तब राज उस जींद को देखकर रत्न से